त्रयोदशी अर्थात् प्रदोष का व्रत करने वाला मनुष्य सदा सुखी रहता है। उसके सम्पूर्ण पापों का नाश इस व्रत से हो जाता है। इस व्रत के करने से सुहागन नारियों का सुहाग सदा अटल रहता है, बंदी कारागार से छूट जाता है। जो स्त्री पुरुष जिस कामना को लेकर इस व्रत को करते हैं, उनकी सभी कामनाएं कैलाशपति शंकर जी पूरी करते हैं। सूत जी कहते हैं- त्रयोदशी व्रत करने वाले को सौ गऊ दान का फल प्राप्त होता है। इस व्रत को जो विधि विधान और तन, मन, धन से करता है उसके सभी दु:ख दूर हो जाते हैं।
探す
人気の投稿
-
ความสุขที่บริสุทธิ์ในทุกการหมุน: สำรวจโลกแห่งเว็บตรง 100%
-
How to Use ChatGPT for Event Planning and Organizing
に FG Media -
Carbon Fiber Upgrades for Better Dynamics
に FG Media -
Medical Documents Management Systems Market Size Worldwide Industry Analysis, Future Demand and Forecast till 2031nts Ma
-
Как можно будет недорого купить аттестат в онлайн-магазине